चक्रों के बारे में वो महत्वपूर्ण जानकारी जिसके बारे में कोई बात नही करता: अवेकनिंग चक्र
September 5, 2017
ये इंटर्नेट एन्लायटेनिंग का दौर है। कहते है कि आप यूटूब पर विडीओ देख कर अपनी तीसरी आँख खोल सकते हैं या अपनी कुंडलिनी भी जागृत कर सकते हैं। पर बहुत कम लोग जानते हैं ना तो ऐसा संभव है और ना ही सुरक्षित.
शायद बहुत कम लोग यह जानते हैं कि आपको अपने इन ऊर्जा चक्रों को खोलने की कदापि ज़रूरत नही। ज़रूरत है तो सिर्फ़ ख़ुद से प्रेम करने की।
अवेकनिंग लव अकैडमी इन ही सभी भ्रामक जानकारियो से अलग एक वैज्ञानिक तथ्यों पर आधारित कोर्स चलाता है जिसका नाम है: अवेकनिंग चक्र।
ये कोर्स आपको बताता है की किस क़दर आप अपने 7 महत्वपूर्ण ऊर्जा चक्रों को महसूस कर सकते हैं और कैसे ७ पदवतियों से उन्हें स्वस्थ और पोषित कर सकते हैं, ताकि अपने आप से और भी ज़्यादा प्रेम कर सकें। ये पदवतियाँ हैं:
1. अरोमा थेरपी
2. क्रिस्टल थेरपी
3. कलर थेरपी
4. साउंड थेरपी
5. योग
6. ध्यान
7. सही पोषण
अवेकनिंग लव एकेडमी जो कि डॉ रोमश्री के काबिल गाइडेंस में लगातार लोगों की जिंदगियां बदल रहा है, का ये एक बहुत ही महत्वपूर्ण कोर्स है, जो कि चली आ रही गलत धारणाओ को दूर करने के लिए अत्यंत उपयोगी है. अधूरी जानकारियों और गलत प्रेक्टिसस की वजह से कई लोगों को फायदे की बजाय नुकसान अधिक हो जाता है. असली बात है कि हम इस गूढ़ प्राण के रहस्य को पहचाने और अपने उपयोग में लाये.
ये कोर्स ऐसी जरूरतों के लिए टेलर मेड है.
आइये जाने इस कोर्स के कुछ खास पहेलू
1. गलत धारणाओं को खत्म करने वाला:
आजकल आप देखेंगे जहाँ तहां कुंडलिनी शक्ति और चक्रों के बारे में गलत- सही तमाम सतही जानकारियां मौजूद है, जो की हमारे भीतर के इन अनंत शक्ति केन्द्रों के बारे में प्रमाणिक जानकारी, ज्ञान और उपयोग विधि बताने में सक्षम नहीं है. आजकल लोग स्वयं ही अपनी तरफ से किसी चक्र विशेष को ‘खोलने’ के लिए ध्यान साधना इत्यादि शुरू कर देते है, बिना ये जाने कि ये कितना घातक हो सकता है. किसी एक चक्र पर ध्यान लगाने से आप अपनी सारी एनर्जी उस चक्र पर केन्द्रित कर देते है और प्राण उर्जा का सहज प्रवाह बेतरतीब हो जाता है. इस उर्जा को संभालने के लिए एक बहुत ही मज़बूत तंत्रिका तंत्र का होना जरुरी है, जो कि अक्सर नहीं होने की वजह से हम अपनी जीवन उर्जा को कई तरह से बाधित और असंतुलित कर देते है.
मान लीजिये अगर कभी किसी तरीके से आप इस कुण्डलिनी शक्ति का अनुभव लें पायें, तो आप तुरंत जान जायेंगे कि किसी साधारण आदमी के लिए इस उर्जा को संभालना और सहेजना अत्यंत ही कठिन है, दूभर है.
तो अवेकनिंग लव एकेडेमी के इस कोर्स में इन सभी प्रचलित धारणाओं से आगे ले जा कर आपके भ्रम दूर किये जाते है, इस उर्जा शक्ति की सच्चाई और सार्थकता और प्राकृतिक प्रवाह से आपका परिचय कराया जाता है. इस उर्जा के प्रति प्रेमपूर्ण हो कर अनेक माध्यमों/टूल्स के द्वारा इसके नियमन की विधियाँ सीखाई जाती है.
२. क्या आपको जानकारी है कि सहस्त्रार कोई चक्र नहीं है?
ये जानना पार्टिसिपेंट्स के लिए रोचक हो जाता है कि सहस्त्रार कोई चक्र नहीं है, बल्कि उर्जा की सम्पूर्ण खिलावट है. मूलाधार से आज्ञा चक्र तक नाड़ियों के पुंज में अत्यंत जटिल तंत्र द्वारा उर्जा गति करती है, परन्तु ये ‘भौतिक शरीर’ की बजाय ‘सूक्ष्म शरीर’ में घटित होती है जिसे कि सिर्फ कोई जाग्रत व्यक्ति ही महसूस कर सकता है. परन्तु आजकल तोतारटंत छाप साहित्य के द्वारा हर कोई इन्हें प्रेक्टिस करने लगते है बिना ये जाने कि इस सूक्ष्म परन्तु प्रचण्ड शक्ति के अव्यवस्थित होने से कितनी परेशानियाँ बढ़ जाती है. हजारों पंखुड़ियों वाले कमल दल का खिलना एक अभिव्यक्ति है, वहां कोई चक्र नहीं होता क्योकि वहां नाड़ियाँ नहीं होती.
इस कोर्स में हम सभी चक्रों का महत्त्व और उनका प्रेमपूर्ण स्मरण करने की विधिया सीखते है.
३. हमारे पांच सेंसेस को चक्र ज्ञान वृद्धि के लिए उपयोग करना:
एकेडेमी के इस कोर्स में आप अपनी पञ्च ज्ञानेन्द्रियों को अपने सात चक्रों को जानने और विकसित करने और महसूस करने के काम में लाते हो. ये किसी भूले हुए उपहार को वापरने जैसा ही है दोस्तों.
सूंघने के लिए: अरोमाथेरेपी
छूने के लिए: क्रिस्टल थेरेपी
देखने के लिए: रंग चिकित्सा
सुनने के लिए: ध्वनि श्रवण
स्वाद के लिए: डाइट और पोषण सम्बन्धी जानकारी
ये जानना सचमुच आल्हादकारी है कि किस प्रकार क्रिस्टल, रंग और खुशबुएँ आपके चक्रों को संतुलित और पोषित करती है. हीलिंग एनर्जी के इस आयाम को चक्रों के सन्दर्भ में समझने से हमें अपनी प्राण उर्जा के रख रखाव संबंधी सभी बारीक़ जानकारियां मिल सकती है. इस कोर्स के दौरान आप इन सभी पर विस्तार से जानकारी पाएंगे और इस गहरी हीलिंग को खुद महसूस कर पाएंगे.
४. चक्रों को ‘खोलने’ के लिए कोई संघर्ष आवश्यक नहीं!:
आजकल लगभग हर शारीरिक मानसिक परेशानी का इल्जाम ‘ब्लॉक्ड चक्राज़’ पर रख दिया जाता है. ये पूर्णतया सच नहीं है. ये हमको प्रभावित करते तो है परन्तु उस तरह नहीं, जैसा प्रचारित किया जाता है. इनका ब्लॉक्ड या गुन्थित होना ही हमारी पहचान, ईगो, या स्वयं का निर्माण करते है. हर जन्म में हम अलग आइडेंटिफिकेशन के साथ आते है. जो कि इन उर्जा केन्द्रों के अलग अलग अवगुंठन की वजह से होती है. तो ऐसे में हमारी सच्चाई क्या है? उस सच्चाई तक पहचानने के लिए हमें प्रेम और सत्य के साथ समर्पण करना होगा ताकि ये उर्जा- रहस्य हमारे समक्ष खुल सके. और हम इस इल्यूजन से बाहर आ कर सत्य से एकाकार हो सकें.
आपको जानकर हैरानी होगी कि कई लोग बहुत भीनी खुश्बुओं को सूंघ नहीं सकते है. तो सोचिये कोई व्यक्ति कैसे अपने चक्राज़ को ‘अनब्लॉक’ कर के आराम पा लेगा अगर उसके भीतर का तंत्रिका तंत्र मज़बूत न हो, या उसकी संवेदनशीलता बढ़ी हुई न हो! अगर ये उर्जा ग्रंथि खुल जाए तो आपकी प्राणशक्ति ओवरलोड हो कर फ़ैल जाएगी और विनाशकारी सिद्ध होगी. इस उर्जा को जगाने के पूर्व हमको एक बहुत मजबूत तंत्रिका तंत्र और बहुत अधिक सम्वेंदनशील चित्त को विकसित करना आवश्यक है.
किसी फूल को खिलाने में संघर्ष कभी सहायक नहीं हो सकता, तो इन चक्रों की खिलावट के लिए हमें इन्हें प्रेमपूर्वक समझना होगा और अध्यात्मिक मार्ग पर चलते हुए बेशर्त प्रेम और प्रज्ञा के साथ इन्हें खिलने के अवसर देने होंगे. कृपया याद रखिये हमें चक्रों को नहीं बल्कि अनकंडीशनल प्रेम को जगाने की जरुरत है.
५. हीलिंग टूल्स जो आपको कोर्स के साथ दिए जायेंगे:
इस कोर्स के दौरान आपको अपने चक्रों के प्रति जागरूक और प्रेमपूर्ण संवेदनशीलता बढाने हेतु कुछ टूल्स एकेडेमी द्वारा दिए जायेंगे. ये निम्न है:
अ. सात एस्सेन्शिअल ऑयल्स का एक सेट.
ब. सात क्रिस्टल्स का एक सेट
स. तिब्बतन सिंगिंग बाउल
कोर्स के दौरान आपको इन्हें काम में लेने की उचित विधि विस्तारपूर्वक बताई जाएगी. चक्रों को पोषित करने में ये टूल्स आपकी विशेष सहायता करेंगे.
६. चक्रों के लिए योगासनों की जानकारी:
कोर्स के दुसरे दिन आपको अपने योगा मेट्स लाने को कहा जायेगा और सात मुख्य चक्रों के लिए योगासन/मुद्राएँ सीखाई जायेंगी. ये जानना आवश्यक है कि योगा हमारे स्थूल और सूक्ष्म शरीर के बीच तालमेल बढ़ाने में अति महत्वपूर्ण है. ये हमारे नाडी तंत्र के बेरोकटोक प्रवाह और लचीलेपन के लिए भी उत्तरदायी है. योग द्वारा हम आपको चक्रों के बेहतर अंतर्संबंधों और उर्जा प्रवाह के नियमन को जान कर सारे शरीर में उर्जा की लयबद्धता को बढ़ाते है. योगा का ये सुन्दर आयाम हम जानते ही है कि किस प्रकार वो आपके शरीर के विभिन्न उर्जा तलों को एकाकार कर के संगीतबद्ध कर देता है.
७. अपने भीतरी प्रेम के सागर से एकाकार होना:
इन सभी क्रियाओं द्वारा हम अपने भीतर के शांत क्षेत्र को उपलब्ध होते है. ‘स्पेस’ जो कि हमारे शरीर के अन्दर और सारे वातावरण में सर्व व्याप्त है, उसी की वजह से हम एनर्जी को महसूस करते है और चक्रों के आयाम को समझ पाते है. हम सभी प्रकार के भय और सेल्फ-डाउट से बाहर आ कर जो सदा स्थिर है, उस प्रज्ञा बुद्धि को प्राप्त कर सदैव अपने प्रेमपूर्ण व्यव्हार में स्थित रह सकते है. प्रेम ही वह एकमात्र उर्जा है जो स्रष्टि के सञ्चालन को बिना किसी परेशानी के चलाती है और सारी समस्याएं इसके न होने से ही उत्पन्न होती है. हम अपनी पांचों इन्द्रियों की सहायता से हमारे चक्रों के प्रति प्रेमपूर्ण हो कर एक ऐसे सुन्दर जाग्रत संसार की कल्पना को साकार कर सकते है जिसमें प्राण-शक्ति के संचरण की सुचारू प्रेमपूर्ण व्यवस्था हो. प्रेम की शक्ति से ये संभव है.
आपके भीतर छिपे प्रेम के अनंत स्त्रोतों को जगाने और स्वयम को खान पान, छुअन, सुगंध और योगासनों के द्वारा चक्रों के संतुलन के माध्यम से खुद को एक जीवंत उर्जा स्त्रोत के रूप में विकसित करने के लिए हमारी एकेडेमी आपको आमंत्रित करती है. इन दिव्य पांच इन्द्रियों की सहायता से हम अपने आप को केन्द्रित कर के हील कर सकते है, चैतन्य और जीवंतता को जगा सकते है. अपने चक्रों को जानना समझना और उनके प्रति प्रेमपूर्ण होना आपके लिए जिंदगी बदलने वाला अनुभव साबित होगा.
अवेकनिंग चक्र कोर्स इस जनवरी दिल्ली में रोमश्री अशेष द्वारा संचालित हुआ जिसमें विभिन्न क्षेत्रों से पर्टिसिपेट आयें और पूर्ण रूप से इन विधियों को सीख पायें।
कोर्स की एक प्रतिभागी पूजा भण्डारी ने कहा की ऐसा कोर्स उन्होंने पहली बार किया जिसमें कोई लाग लपेट नही केवल ख़ुद को महसूस किया और अपने अन्दर ब्रह्मण्डिय ऊर्जा को बहते देखना एक आनन्दकारी अनुभव रहा। यही नही दो दिन में aromatherapy, क्रिस्टल हीलिंग, साउंड हीलिंग, कलर हीलिंग को सीखा और व्यावहारिक रूप से इस्तेमाल भी किया।
एक अन्य प्रतिभागी सीमा शर्मा ने कहा कि उन्होंने इससे पहले इतनी विश्रमपूर्ण स्थिति में अपने चक्रों को सचमुच कभी महसूस नहीं किया था। ये ज्ञान दो दिनो में आत्मसात हुआ और बहुत से मिथों का अंत कर गया।
यदि आप मानव के चक्रों के बारे में फैली भ्रामक बातों से इतर तथ्य जानना चाहते है, यदि आप अध्यात्म या विज्ञान के पथ पर हैं (दोनो एक ही बात है), या ख़ुद को और जानना चाहते हैं या चक्रों को हर पल, हर दिन महसूस कर के और प्रेम-पूर्ण और स्वस्थ जीवन जीना चाहते हैं तो ये कोर्स आपके लिए है। ये चक्र आपके स्वप्रेम के बिना अल्प-पोषित हैं।
आप अवेकनिंग चक्र कोर्स करने के बाद इन्स्ट्रक्टर कोर्स करके इस कोर्स को अकैडमी के साथ पढ़ा भी सकते हैं।
आगामी कोर्स डॉ रोमश्री अशेष द्वारा कराया जा रहा है. एनरोल करने के लिए वेबसाइट पर संपर्क करें.
( Classes are conducted through out the year by Awakening Love Academy, for details write to us at info@awakeninglove.co )
Written by : Awakening Love Media and Communications team.
To stay connected with academy write to us at info@awakeninglove.co
Dr Sandhya Rai
September 6, 2017Good!